Rana Sanga : कौन हैं राणा सांगा जो 80 घाव लगने के बाद भी लड़ रहा लड़ाई

राणा रायमल के बेटे राणा सांगा, जो सूर्यवंशी राजपूत सिसोदिया वंश के सदस्य थे, 1509 में मेवाड़ के शासक बने। उन्होंने खानवा की लड़ाई में भाग लिया था। राणा सांगा का बचपन राणा सांगा का जन्म 12 अप्रैल 1482 को मेवाड़ के चित्तौड़ में हुआ था। इनका पूरा नाम महाराणा संग्राम सिंह था। इनके पिता का नाम राणा रायमल था। बचपन से ही राणा सांगा और उनके दोनों बड़े भाई एक साथ रहे, शिक्षा ली। इनके 3 बड़े भाई और थे। राणा सांगा का जीवन राणा सांगा की पत्नी का नाम रानी कर्णावती था। उनके 4 पुत्र थे जिनके नाम रतन सिंह द्वितीय, उदय सिंह द्वितीय, भोज राज और विक्रमादित्य सिंह थे। Rana Sanga History in Hindi में ऐसा भी माना जाता है कि राणा सांगा की कुल मिलाकर 22 पत्नियाँ थी। अपनो के लिए संघर्ष एक बार कुवंर पृथ्वीराज, जयमल और संग्राम सिंह ने अपनी-अपनी जन्म पत्रियां एक ज्योतिषी को दिखाई। उन्हें देखकर उसने कहा कि गृह तो पृथ्वीराज और जयमल के भी अच्छे हैं, लेकिन राजयोग संग्राम सिंह के पक्ष में होने के कारण मेवाड़ का स्वामी वही होगा। यह सुनते ही दोनों भाई संग्राम सिंह पर टूट पड़े। पृथ्वीराज ने हूल म...